चोरी व लूट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश: 1 अभियुक्त गिरफ्तार, 5 चोरी की गई मोटरसाइकिल बरामद, 6 वारदातों का खुलासा

Udaipur: जिले में बढ़ती चोरी और लूट की घटनाओं पर नकेल कसते हुए सविना थाना Police ने एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस कार्रवाई में मुख्य अभियुक्त शिवा उर्फ शिवलाल को गिरफ्तार किया गया है. Police ने अभियुक्त के कब्जे से पांच चोरी की गई मोटरसाइकिल बरामद करने में सफलता हासिल की है. पूछताछ में अभियुक्त ने विभिन्न थाना क्षेत्रों में छह वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की है.

सविना थाना क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, सेक्टर-07 निवासी कमलेश गर्ग ने Police को रिपोर्ट दी कि 15 जनवरी 2025 की रात 8:30 बजे उन्होंने अपनी मोटरसाइकिल को गुप्तेश्वर नगर, भैरु जी मंदिर के पीछे खड़ा किया था, जिसे कुछ अज्ञात बदमाश चोरी कर ले गए. इस घटना के बाद Police ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

जिला Police अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देशानुसार, अतिरिक्त Police अधीक्षक उमेश ओझा और नगर पूर्व वृताधिकारी छगन पुरोहित के सुपरविजन में थानाधिकारी राव अजय सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. इस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों एवं मुखबिरों से मिली सूचना के आधार पर अभियुक्त शिवा उर्फ शिवलाल (पुत्र मणीलाल, निवासी लालमगरी, थाना सविना, जिला Udaipur) को गिरफ्तार किया.

पूछताछ के दौरान, अभियुक्त ने Udaipur जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में मोटरसाइकिल चोरी करने और लूट की वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की. उसके कब्जे से कुल 05 मोटरसाइकिल बरामद की गईं.

अभियुक्त द्वारा स्वीकार की गई वारदातें:

  1. थाना सविना (सेक्टर-07): 15 जनवरी 2025 को स्प्लेंडर मोटरसाइकिल चोरी.
  2. थाना हिरणमगरी (सब-सिटी सेंटर): 15-20 दिन पूर्व एक Hotel के बाहर से स्प्लेंडर प्लस मोटरसाइकिल चोरी.
  3. थाना लसाड़िया: 1.5 साल पहले लसाड़िया कस्बे से स्प्लेंडर मोटरसाइकिल चोरी.
  4. थाना भूपालपुरा (आयड़ जैन मंदिर): 28 जनवरी 2025 को स्प्लेंडर मोटरसाइकिल चोरी.
  5. थाना प्रतापनगर (मादड़ी एरिया): 4 फरवरी 2025 को स्प्लेंडर मोटरसाइकिल चोरी.
  6. थाना प्रतापनगर (पुराना आरटीओ रोड): 1 माह पूर्व सुपर मार्केट के बाहर से रुपयों से भरा बैग लूट कर फरार होना.

Police जांच में सामने आया कि अभियुक्त शिवा उर्फ शिवलाल अपने साथियों के साथ मिलकर संगठित गिरोह के रूप में चोरी और लूट की वारदातों को अंजाम देता था. ये लोग मुख्यतः मोटरसाइकिल चोरी कर उन्हें दूसरे जिलों में कम दामों पर बेच देते थे. साथ ही, लूट की घटनाओं में ये गिरोह अधिकतर भीड़-भाड़ वाले स्थानों को निशाना बनाता था.

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